आयु की अवस्था एवं करण
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16 दिशाओं के स्थाई गुण एवं तत्व- उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) जल तत्व, उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण) वायु तत्व, दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण) अग्नि तत्व, दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) पृथ्वी तत्व, ब्रह्म स्थान (मध्य स्थान) आकाश तत्व। यह जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश, पंच महाभूत तत्व कहे जाते हैं। जिनसे मिलकर हमारा शरीर बना है। पांच तत्व, उनके…
Detailsकिताबें पढ़ने के कई फ़ायदे होते हैं:
अ – अनुकरण, आ – आदर्श, इ – इष्ट (बच्चों के बीच में रहकर, बच्चे बनकर बच्चे की रुचि के अनुसार पठन-पाठन), ई – ईर्ष्या (किसी ईर्ष्या से नहीं) और बच्चों को, क – कहानी,ख – खेल,ग – गीत,घ – घर जैसा वातावरण देना ।
Detailsलोटे का उपयोग प्राचीन सभ्यता से होता आ रहा है, और यह हमारी परंपरा का प्रतीक है।
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